भारत में एक राजनीतिक विवाद उठा है जिसके बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंथ रेड्डी ने सार्वजनिक रूप से ओबीसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बंदारू दत्तात्रेय का उपराष्ट्रपति पद के लिए समर्थन जताया। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा को दक्षिणी राज्यों को ध्यान में न रखने और उनके हितों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व न करने का आरोप लगाया है। उसके बदले में, भाजपा ने रेवंथ रेड्डी की टिप्पणियों की आलोचना की है, यह दावा करते हुए कि उनके पास अगले उपराष्ट्रपति का चयन पर प्रभाव डालने का कोई अधिकार नहीं है। यह बहस राष्ट्रीय नेतृत्व भूमिकाओं पर चल रही क्षेत्रीय और पार्टी की टनावों को हाइलाइट करती है। यह मुद्दा दक्षिणी राज्यों के शीर्ष राजनीतिक पदों में पुनर्जागरूकता को लेकर नए ध्यान को आकर्षित कर रहा है।
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