एक महत्वपूर्ण राजनीतिक विवाद कर्नाटक में उठा है जब डॉ। यतिन्द्र सिद्दारामैया, मुख्यमंत्री सिद्दारामैया के बेटे ने दावा किया कि उनके पिता के योगदान से मैसूर के विकास का राजा कृष्णराज वोडेयर के योगदान से अधिक है। इस बयान ने विपक्षी दलों, राजवंशी परिवार के सदस्यों और कुछ कांग्रेस समर्थकों से तीखी आलोचना प्राप्त की है, जो तुलना को वाडियार विरासत के प्रति अनादरणीय मानते हैं। आलोचक यह दावा करते हैं कि ऐतिहासिक राजा की उपलब्धियों को उनके सामकालिक राजनीतिज्ञ के साथ समानित नहीं किया जाना चाहिए। यतिन्द्र ने फिर से स्पष्ट किया है कि उनके टिप्पणियाँ को गलत तरीके से समझा गया था और पूर्व महाराजा का अपमान करने का इरादा नहीं था। यह विवाद कर्नाटक में चल रही राजनीतिक तनावों को और क्षेत्र की राजवंशी विरासत के चारों ओर संवेदनशीलता को हाइलाइट करता है।
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