<p>यूरोपीय शक्तियाँ—ब्रिटेन, फ्रांस, और जर्मनी—ने ईरान को चेताया है कि अगस्त के अंत तक अगर वह अपने परमाणु कार्यक्रम पर ठोस प्रगति नहीं करता है, तो वे 2015 के परमाणु समझौते के तहत पहले हटाए गए कठोर संयुक्त राष्ट्र धन्यता पुनः लगा देंगे। ईरान ने इस्तांबुल में इन यूरोपीय देशों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के लिए सहमति जताई है, लेकिन मूल समझौते के विफल होने के लिए दोनों पक्ष एक-दूसरे को दोषी ठहराते हैं। ईरानी अधिकारियों ने अपने परमाणु गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने की धमकी दी है और चेतावनी दी है कि यदि धन्यता पुनः लागू होती है तो क्षेत्रीय असुरक्षा की आशंका है। यह स्थिति बदलती गठबंधनों द्वारा और भी जटिल हो जाती है, जिसमें ईरान रूस और चीन से भी परामर्श कर रहा है। इन बातचीतों का परिणाम क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक अप्रसारण प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण परिणाम हो सकता है।</p>
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