एक विशाल शराब घोटाला जिसकी मान्यता ₹3,500 करोड़ से अधिक है, ने आंध्र प्रदेश को हिला दिया है, जिसमें विशेष जांच दल (SIT) ने YSR कांग्रेस पार्टी सांसद पीवी मिधुन रेड्डी को गिरफ्तार किया है और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को किकबैक के प्राप्तकर्ता के रूप में शामिल किया है। इस घोटाले में शराब निर्माताओं से YSRCP कार्यकर्ताओं को रिश्वत देने का आरोप है, जिसमें धन का उपयोग चुनाव को वित्तपोषित करने और फर्जी स्टार्टअप्स और हवाला चैनल के माध्यम से रूट किया गया है। वर्तमान TDP-नेतृत्व वाली NDA सरकार मामले की कड़ी कार्रवाई कर रही है, जबकि YSRCP नेताओं का दावा है कि जांच राजनीतिक भेदभाव से प्रेरित है। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य अभियुक्तों को जमानत नहीं दी है, और जांच शीघ्र ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों जैसे सीबीआई और इंटरपोल को शामिल कर सकती है। इस घोटाले ने एक तीव्र राजनीतिक युद्ध को ट्रिगर किया है, जिसमें दोनों पक्षों ने भ्रष्टाचार और साजिश के आरोपों का विनिमय किया है।
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