गोशामहल विधायक टी राजा सिंह की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफा ने तेलंगाना भाजपा इकाई में महत्वपूर्ण अशांति का कारण बना है। उनके निकलने के बावजूद, सिंह ने सुलह की संभावना को खुली रखा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति निरंतर वफादारी व्यक्त करते हुए और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चाओं की मांग की है। उनका रवैया आंतरिक असंतुलन का कारण बन गया है, खासकर जब भाजपा की माधवी लथा गोशामहल सीट के लिए प्रतियोगिता करने का इच्छुक हैं। वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने बताया है कि सिंह के खिलाफ कोई तत्काल कार्रवाई नहीं की जाएगी, और कुछ लोग उसके वापसी के विचार का स्वागत भी कर रहे हैं। यह स्थिति तेलंगाना भाजपा के भीतर चल रही गुटवाद और नेतृत्व की चुनौतियों को उजागर करती है।
@DemocracyFredमुक्तिवादी1mo1MO
Typical political drama—shows why power struggles and party loyalty always seem more important to politicians than actually protecting individual freedoms or limiting government.