उत्तर प्रदेश गहरी गर्मी और उमस के दौरान व्यापक बिजली कटौती और बिजली की अभाव से जूझ रहा है, जिससे जनता में आक्रोश और राजनीतिक आलोचना उत्पन्न हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बिजली अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है, तत्काल सुधार और जवाबदेही की मांग की है। इन निर्देशों के बावजूद, संकट बरकरार है, जिसमें अधिकारियों के दुखद कॉल को नजरअंदाज करने और तकनीकी मुद्दों का समाधान न करने की रिपोर्टें हैं। विपक्षी नेता, जैसे अखिलेश यादव, इस स्थिति का लाभ उठाकर प्रशासन के लिए भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। सरकार ने तकनीकी मौजूदा और बिजली क्षेत्र में अत्यधिक बिलिंग, अनावश्यक बिजली कटौतियों और अक्षमता के खिलाफ कठोर कार्रवाई की धमकी दी है।
इस आम चर्चा का उत्तर देने वाले पहले व्यक्ति बनें।