टाइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-टे ने ट्रंप प्रशासन ने उनकी न्यूयॉर्क में ठहरने की अनुरोध को मना करने के बाद एक योजित विदेशी यात्रा को स्थगित कर दिया है, जिसका कारण चीन से दबाव और चल रही अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता है, इसकी रिपोर्टेड वजह से। यह कदम अमेरिकी सांसदों और पूर्व अधिकारियों से आलोचना प्राप्त हो रही है, जो कह रहे हैं कि यह चीन की ओर से अमेरिका की अधीनता का संकेत देता है और टाइवान की राजनैतिक स्थिति को कमजोर करता है। चीन ने सार्वजनिक रूप से अमेरिका और टाइवान के बीच किसी भी आधिकारिक आदान-प्रदान का विरोध किया है, जबकि अमेरिकी राज्य विभाग ने अपनी ठहरने की नीति को अपरिवर्तित घोषित किया है। यह घटना वैश्विक राजनीति में टाइवान की अस्थिर स्थिति और अमेरिका-चीन संबंधों के इसके अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर प्रभाव को दिखाती है। यह निर्णय अमेरिकी विदेश नीति की प्राथमिकताओं और समकक्ष-तट संबंधों के भविष्य पर बहस को उत्पन्न कर चुका है।
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